कहा जाता है की Bhagwat Geeta सिर्फ एक धर्म के लिए नहीं है बल्कि इसे इस धरती के हर इन्सान को पढ़ना और समझाना चाहिए ताकि वह अपनी जिंदगी में सुख और सफलता को पा सके | Bhagwat Geeta में कुल 18 अध्याय है और इन 18 अध्याय में 700 श्लोक हैं जो सभी के लिए पढ़ पाना मुश्किल है इसलिए हम भगवत गीता के 111 विचारों के बारे में बात करने वाले हैं जिन्हें जानकर भी आप भगवत गीता का पूरा मतलब समझ पाएंगे इसलिए इसे हर सुबह सुने|
Bhagwat Geeta ke updesh | भगवत गीता के उपदेश
Geeta ke updesh status
- हर इंसान को कर्म में विश्वास करना चाहिए क्योंकि यह जगत ही कर्म लोक है कर्म आपके हाथ में है परिणाम नहीं इसलिए कर्म पर ध्यान लगाए यानी कि सिर्फ काम पर ध्यान लगाए और मेहनत करें
- भगवान कृष्ण कहते हैं कि हर वक्त अपनी कामना और इच्छाओं में डूबे रहना ही इंसान के सभी दुखों का कारण है अगर वह इससे मुक्त होकर अपना कर्तव्य निभाएं तभी उसका जीवन खुशहाल होगा
- विश्वास रखें कि तुम्हारे साथ जो हुआ वह अच्छा हुआ जो हो रहा है वह भी अच्छा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा
- जीवन का आनंद तो बीते हुए कल में है और ना ही भविष्य में बल्कि जीवन का आनंद तो बस आज को जीने में है
- यदि कोई इंसान जो चाहता है उसे विश्वास के साथ करता है तो वह जो चाहे वह बन सकता है
- सच्चा धर्म यह है कि जिन बातों को इंसान अपने लिए अच्छा नहीं समझता उन्हें दूसरों के लिए भी इस्तेमाल ना करें
- कोई भी इंसान अपने विश्वास से बनता है वह जैसा विश्वास करता है उसी के अनुसार बन जाता है
- भगवान कृष्ण कहते हैं मेरे लिए सभी प्राणी एक जैसे हैं ना तो कोई मुझे बहुत ज्यादा पसंद है और ना ही काम लेकिन जो मेरी भक्ति पूरे मन से करते हैं मैं हमेशा जरूरत पड़ने पर उनके काम आता हूं
- जो इंसान फल की इच्छा का त्याग कर सिर्फ कर्म पर ध्यान देता है वह जरूरी जीवन में सफल होता है
- कोई भी इंसान जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मों से महान बनता है
- अपना पराया छोटा बड़ा इन सब को भूलकर यह जानू कि यह सब तुम्हारा है और तुम हर एक के हो इसलिए सब से प्यार करो और सबका भला करने की कोशिश करो
- शक करने वाले इंसान के लिए खुशी ना इस दुनिया में है ना ही कहीं और इसलिए जो कर रहे हो उसमें विश्वास करो या जिसमें विश्वास हो उसी ही करो
- जो मन को काबू में नहीं करते उनके लिए एक दुश्मन की तरह काम करता है
- अपने जरूरी कामों को पूरा करो क्योंकि वास्तव में काम करना कुछ न कुछ करने से बेहतर होता है
- इंसान अपने विश्वास से बनता होता है जैसा जो विश्वास करता है वैसा वह बन जाता है
- नर्क के तीन रास्ते हैं वासना गुस्सा और लालच
- लगातार कोशिश करने से अशांत मन को वश में किया जा सकता है
- पैदा होने के लिए मरना होता ही है सच है जितना कि मरने वाले के लिए पैदा होना है इसलिए जो सच है उस पर गम मत करो अपना और आगे बढ़ो
- बुद्धिमान इंसान को समाज कल्याण के लिए बिना लालच के काम करना चाहिए
- जब आप अपने काम का आनंद ले ली लेने लगेंगे तो समझो आपने पूर्णता प्राप्त कर ली है
- वह जो सभी इच्छाएं त्याग देता है और मैं और मेरा की लालसा और भावनाओं से मुक्त हो जाता है उसे शांति हासिल होती है
- सिर्फ मन ही किसी का दोस्त और किसी का दुश्मन होता है
- कोई भी इंसान जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मों से महान बनता है
- बिना फल की कामना किए कर्म करना यही सच्चा कर्म है
- जब इंसान की जरूरत दिल जाती है तब उससे बात करने का तरीका भी बदल जाता है
- चुप रहने से बड़ा कोई जवाब नहीं और माफ कर देने से बड़ी कोई सजा नही
- कोई भी अपने कर्म से भाग नहीं सकता कर्म का फल तो भुगतना ही पड़ता है इसलिए अच्छे कर्म करो ताकि अच्छे फल मिले
- ज्यादा खुश होने पर और ज्यादा दुखी होने पर निर्णय नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय नहीं लेने देती है
- जो होने वाला है वह होकर ही रहता है और जो नहीं होने वाला वह कभी नहीं होता जो ऐसा मानते हैं उन्हें चिंता कभी नहीं सताती है
- जिस इंसान के पास सब्र की ताकत है उसकी ताकत का कोई मुकाबला नहीं कर सकता
- ना तो यह शरीर तुम्हारा है और ना ही तुम इस शरीर के मालिक हो यह शरीर पांच तत्वों से बना है आग जल वायु पृथ्वी और आकाश एक दिन यह शरीर इन्हीं पांच तत्वों में मिल जाएगा तुम्हारा सिर्फ कर्म है इसलिए अच्छे कर्म करने पर ध्यान दो
- सही कर्म वह नहीं है जिसके परिणाम हमेशा सही हो बल्कि सही कर्म वह है जिसका उद्देश्य कभी भी गलत ना हो
- धरती पर जिस तरह मौसम में बदलाव आता है उसी तरह जीवन में भी सुख दुख आता जाता रहता है
- मानव कल्याण ही भगवत गीता का प्रमुख उद्देश्य है इसलिए मनुष्य को अपने कर्तव्य का पालन करते समय मानव कल्याण को प्राथमिकता देना चाहिए
- जो व्यवहार आपको दूसरों से लिए पसंद ना हो ऐसा व्यवहार दूसरों के साथ भी ना करें
- हे पार्थ तुम फल की चिंता मत करो अपना जरूरी कर्म करते रहो मैं फल जरूर दूंगा
- जो चीजें तुम्हारे दायरे से बाहर हूं उसमें समय गवाना मूर्खता है
- जिस तरह प्रकाश की जूती अंधेरे में चमकती है ठीक उसी तरह सच भी चमकता है इसलिए हमेशा सच की राह पर चलो
- अच्छे कर्म करने के बावजूद भी कुछ लोग सिर्फ आपकी बुराइयां ही याद रखेंगे इसलिए लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान ना दें और अपना कर्म करते रहें
- मैं कर सकता हूं ऐसा सोचना आत्मविश्वास की निशानी है सिर्फ मैं ही कर सकता हूं यह सूचना घमंड है आत्मविश्वास को अपनाएं घमंड को छोड़े
- विश्वास रखो कि जो हुआ वह अच्छे के लिए हुआ है जो हो रहा है वह भी अच्छे के लिए ही हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा
- जिसने मन को जीत लिया है उसने पहले ही परमात्मा को प्राप्त कर लिया है क्योंकि उसने शांति प्राप्त कर ली है ऐसे मनुष्य के लिए सुख दुख सर्दी गर्मी मान अपमान एक से है
- जो दान कर्तव्य समझकर बिना किसी शक के किसी जरूरतमंद इंसान को दिया जाए वही सच्चा दान है
- जीवन ना तो भविष्य में है ना अतीत में है जीवन तो बस इस पल में हैं
- जीवन का दूसरा नाम संघर्ष है
- जो बहुत या कम खाता है जो ज्यादा या कम सोता है वह कभी भी योगी या महान नहीं बन सकता इसलिए जितना जरूरी हो जरूरी हो उतना ही खाए और जितना जरूरी है उतना ही सोए और कर्म करते रहें
- जिस तरह आग सोने को तपाती है उसी तरह मुसीबत एक बहादुर इंसान को|
- कर्म वो फसल है जिसे हर इंसान को हर हाल में काटना ही पड़ता है इसलिए हमेशा अच्छे बीज बोए
- अभिमान नहीं होना चाहिए कि मुझे किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी और यह वहां भी नहीं होना चाहिए कि सब को मेरी जरूरत पड़ेगी
- जैसे समुद्र के पास जाने के लिए नाव ही एक मात्र जरिया है वैसे ही स्वर्ग में जाने के लिए सत्य ही एक सीढ़ी है
- जब समय पर पलटता है तो सब कुछ पलट देता है इसलिए अच्छे समय में घमंड ना करें और बुरे वक्त में सब्र जरूर करे
- खुद से एक वादा करना हमेशा यह जरूर समझना कि आप खुद कहां गलत है
- कोई कुछ भी बोले अपने काम के प्रति लगन के साथ खुद को शांत रखो क्योंकि धूप कितनी ही तेज हो समुद्र को सुखा नहीं सकती
- सब्र रखो क्योंकि जीवन में कभी कभी शानदार परिणाम हासिल करने के लिए बुरे हालातों से लड़ना भी जरूरी होता है
- जो इंसान यह जानता है कि आत्मा हमेशा जीवित रहती है वह कभी मरने से नहीं डरता और हमेशा सच्चे मार्ग पर डटा रहता है
- इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके आसपास कितनी बुराई है जब तक कि वह बुराई आपके अंदर ना चली जाए
- आपके पास हमेशा समय होता है यह सब हमारी प्राथमिकताओं का खेल है
- कौन क्या कर रहा है कैसे कर रहा है और क्यों कर रहा है इन सब से आप जितना दूर रहेंगे उतना ही आप खुश रहेंगे
- समझदार इंसान जब संबंध निभाना बंद कर देता है तो समझ लेना चाहिए कि उसके आत्मसम्मान को कहीं ना कहीं ठेस पहुंची है
- घमंड गुस्सा और अकड़पानी यह बेकार इंसान के तरीके हैं इनका त्याग करना ही हमें अच्छा इंसान बनाता है
- किसी चीज के बारे में सोचते रहने से इंसान उसकी तरफ आकर्षित होने लगता है इससे उसमें उसे पाने की इच्छा बढ़ने लगती है इसलिए कर्म और परिवर्तन से जुड़े विचारों को ही सोचे
- जितना हो सके खामोश रहना ही अच्छा है क्योंकि सबसे ज्यादा गुनाह इंसान से उसकी जुबान ही करवाती है
- अच्छी नियत से किया गया काम कभी भी खराब नहीं जाता और उसका फल आपको जरूर मिलता है
- इंसान नहीं उसके कर्म अच्छे या बुरे होते हैं और जैसे इंसान के कर्म होते हैं वैसे ही उसे फल मिलता है
- इस दुनिया में कोई भी पूरी तरह से सही नहीं है इसलिए लोगों की अच्छाइयों को देखते हुए उनके साथ अच्छे रिश्ते बनाए
- जब भविष्य साफ ना दिखे तो अपने आज को बेहतर बनाने में लग जाए
- जब हमारा मन कमजोर होता है तब परिस्थितियों समस्या बन जाती है और जब हमारा मन कठोर होता है तब परिस्थितियां चुनौती बन जाती है जब हमारा मन मजबूत होता है तो परिस्थितियां अवसर बन जाती है
- मनुष्य की मानवता उसी वक्त नष्ट हो जाती है जब उसे दूसरों के दुख पर हंसी आने लगती है
- शरीर में रहने वाले का वध कभी भी नहीं किया जा सकता इसलिए तुम्हें किसी भी जीव के लिए शोक करने की जरूरत नहीं है
- समय यही सिखाता है कि जिंदगी किसी का इंतजार नहीं करती और ना ही किसी के लिए रुक सकती है
- अगर आप अपनी गलतियों से कुछ सीखते हैं वह तो गलतियां सीढ़ियां बनती है और अगर नहीं सिखते हैं तो गलतियां सागर है फैसला आपका है चलना है या डूबना है
- जो जितना शांत होता है वह उतनी ही गहराई से अपनी बुद्धि का प्रयोग कर सकता है
- निंदा से घबराकर अपने लक्ष्य को ना छोड़े क्योंकि लक्ष्य मिलते ही निंदा करने वाले की राय बदल जाती है
- सबसे समझदार इंसान वही है जो सफलता मिलने पर अहंकार में नहीं आता और असफलता में गम में नहीं डूब जाता
- नकारात्मक विचारों का नाता है लेकिन यह आप पर निर्भर करता है क्या आप उन्हें महत्व देते हैं या फिर अपने सकारात्मक विचारों पर ही ध्यान लगाए रहते हैं
- हमेशा याद रखना बेहतरीन दिनों के लिए बुरे दिनों से लड़ना पड़ता है
- प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत आपके अपने विचार हैं इसलिए बड़ा सूची और खुद को जीतने के लिए हमेशा प्रेरित करें
- जो लोग बुद्धि को छोड़कर भावनाओं में बह जाते हैं उन्हें हर कोई मूर्ख बना सकता है
- वक्त से पहले मिली चीजें अपना मूल्य को देती है और वक्त के बाद मिले चीजें अपना महत्व इसलिए समय की कदर करें और काम को समय पर करने की कोशिश करें
- जैसे जल में तैरती अदाओं को अगर सही दिशा में काबू न किया जाए तो तूफान उसे उसके लक्ष्य से दूर ले जाता है ठीक वैसे ही इंद्रियों पर काबू रखते हुए अगर उसे सही दिशा में नहीं मोड़ा जाए तो इंद्रिया सुखी इंसान को गलत रास्ते की तरफ ले जाती है
- आपका विश्वास एक पहाड़ को भी हिला सकता है लेकिन आपके मन का शक दूसरा पहाड़ खड़ा कर सकता है
- अपनी परेशानी के लिए दूसरों को दोष मत दीजिए अपने मन को समझाएं आपके मन का बदलाव ही आपके दुखों का अंत है
- खुद को कभी कमजोर ना समझे अगर आप गिरते हैं तो उठने की कोशिश करें पूरी निष्ठा से अपना कर्म निभाए बाकी सब मुझ पर छोड़ दें
- हो सकता है हर दिन अच्छा ना हो लेकिन हर दिन में कुछ अच्छा जरूर होता है
- सेवा सबकी करो मगर आशा किसी से मत करो क्योंकि सेवा का सही फल मैं ही देता हूं
- अकेले रहना तुम्हें यह भी सिखाता है कि वास्तव में तुम्हारे पास स्वयं के अलावा और कुछ भी नहीं है
- दो तरह के लोग इस दुनिया में स्वर्ग से भी ऊपर होते हैं एक वो जो शक्तिशाली होकर भी माफ कर देते है और दूसरे वह जो गरीब हो कर भी कुछ दान करते हैं
- प्यार शरीर या सुंदरता को देखकर नहीं होता है दिल से होता है जहां दो दिल मिल जाए वही प्रेम जन्म लेता है
- किसी भी इंसान को अच्छे से जाने बिना दूसरों की बातें सुनकर उसके बारे में कोई सोच बना लेना यही मूर्खता है
- जीवन में सब कुछ खत्म होने जैसा कुछ भी नहीं है हमेशा एक नई शुरुआत इंतजार कर रही है होती है
- जीवन में अगर खुश रहना है तो ज्यादा ध्यान उसी चीज पर से जो आपको खुशी दे
- परेशानी में सफर करना खुशहाली में दया दान और संकट में सहनशीलता ही श्रेष्ठ इंसान की पहचान है
- जो इंसान साफ और सीधी बात करता है उसकी बात कठोर जरूर होती है लेकिन मैं कभी किसी के साथ छल नहीं करता
- जो अच्छा लगे उसे ग्रहण करो और जो बुरा लगे उसे त्याग फिर चाहे वह विचार हो कर्म हो या मनुष्य
- बुराई बड़ी हो या छोटी हमेशा विनाश का कारण बनती है क्योंकि नाव में छेद छोटा हो या बड़ा हो को डूबा ही देता है
- आप वापस नहीं जा सकते हैं और शुरुआत को नहीं बदल सकते हैं लेकिन आप जहां है वहीं से शुरू कर सकते हैं और आने वाले समय को जरूर बदल सकते हैं
- जब उम्मीदें टूटने लगे कोई रास्ता ना दिखाई दे तो एक बार भगवत गीता जरूर पढ़ लें ताकि भगवान आपको रास्ता दिखाएं
- जब तक आप अच्छा काम करते हैं तब तक चिंता ना करें
- जो भी होता है उस सब का एक कारण से होता है इसलिए परिणाम को ठीक करने के लिए कारण को ठीक करें
- इंसान जैसा मानता है वैसे ही वह हो जाता है
- मनुष्य अपने दिल से जो दान कर सकता है वह अपने हाथों से नहीं कर सकता और मोन रह कर जो कुछ वह कर सकता है वह शब्दों से नहीं कह सकता
- इस भौतिक संसार का सिर्फ एक ही अटल नियम है कि जो भी वस्तु जन्म लेती है सिर्फ कुछ समय तक ही रहती है उसके पश्चात उसका अंत होना निश्चित है फिर चाहे वह मनुष्य का शरीर हो या फल
- हमारी व्यर्थ की चिंता और मन का भय एक ऐसा रोग है जिससे हमारी आत्मशक्ति बिखर जाती है
- हर मनुष्य के जीवन में नकारात्मक विचारों का आना निश्चित होता है परंतु यह मनुष्य पर निर्भर करता है कि वह उन विचारों को कितना महत्व देता है
- इंसान के जीवन में आने वाला बुरा समय उस आईने की तरह होता है जो हमारी क्षमताओं का सही आभास हमसे करवाता है
- जो बीत गया उस पर दुख क्यों करना जो है उस पर अहंकार क्यों करना और जो आने वाला है उसका मोह क्यों करना
Bhagwat Geeta उपरोक्त विचारो को जीवन में अपनाने से जिवन में सुख सम्रद्धि और शांति को आसानी से पाया जा सकता है , Bhagwat geeta के इन विचारो को bhagwat geeta ke status के रूप में अपने परिजनों को भेजने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है |
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