अक्सर आपने बुजुर्गों से सुना होगा कि हमें Brahma muhurta में उठकर पूजा करनी चाहिए, ब्रह्म मुहूर्त में उठकर मेडिटेशन या योगा करना चाहिए। लेकिन क्या आपने सोचा है कि हमारे बड़े बुजुर्ग ब्रह्म मुहूर्त को इतना स्पेशल क्यों मानते थे । आज हम आज हम आपके इन सभी सवालों का उत्तर देंगे कि Brahma muhurta का दिन के अन्य समय से अधिक इतना महत्व क्यों है|
ब्रह्म मुहूर्त क्या है | What is Brahma Muhurta science
ब्रह्म मुहूर्त मतलब ब्रह्मा या यूनिवर्स का समय यह सूर्य उदय से डेढ़ घंटे पहले का समय अंतराल है या परफेक्ट कह तो यह सूर्योदय से एक घंटा 36 मिनट पहले का समय है इसका शाब्दिक अर्थ है ब्रह्मा का समय।
यह रात का सबसे अंतिम समय है जिसे मुहूर्त भी कहते हैं और काउंटर विजन की प्रैक्टिस के लिए सबसे अधिक शुभ मुहूर्त माना जाता है ब्रह्म मुहूर्त पूजा में टेशन यह किसी भी अन्य गतिविधियों के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है सुबह की आध्यात्मिक गतिविधियों का दिन के अन्य समय से सबसे अधिक महत्व माना जाता है|
ब्रह्म मुहूर्त एक 48 मिनट का समय अंतराल है जो सूर्योदय के 1 घंटा 36 मिनट पहले शुरू होता है और सूरज उगने से 48 मिनट पहले खत्म होता है ब्रह्मा भगवान का नाम है जिन्होंने यूनिवर्स ब्रह्मांड को बनाया है और मुहूर्त मोटे तौर पर एक समय अंतराल है तो ब्रह्म मुहूर्त को सिंपल तरीके से ब्रह्मा के समय को कहा जा सकता है जोकि मेडिटेशन योगा पूजा आदि के लिए ब्रह्म मुहूर्त को सबसे शुभ और बढ़िया माना जाता है इतना ही नहीं सिख धर्म में इस समय अंतराल को अमृतवेला कहा जाता है इसलिए इस समय अंतराल के द्वारा की गई कोई भी आध्यात्मिक एक्टिविटी दिन या रात के किसी भी हिस्से की बजाय बहुत ज्यादा असरदार होती है ब्रह्म मुहूर्त रात का 14:00 मुहूर्त काल है और एक मुहूर्त 48 मिनट के बराबर होता है अर्थात एक पूरी रात में 15 मुहूर्त होते हैं हर मुहूर्त 48 मिनट तक रहता है इसलिए ब्रह्म मुहूर्त सूर्य उगने से एक घंटा 36 मिनट पहले शुरू होता है और सूर्य उगने से 48 मिनट पहले खत्म होता है इसके अनुसार भौगोलिक लोकेशन और साल के अनुसार हर दिन बदलता रहता है उदाहरण के लिए यदि सूर्य उगने का समय 6:00 बजे है तो ब्रह्म मुहूर्त का समय 4:24 होगा|
आखिर क्या कारण है कि हमारे देश भारत में विदेशों से बहुत ही मात्रा में टूरिस्ट आते हैं क्या आपने कभी सोचा है कि मार्क जुगरबार्ग स्टीव जॉब्स और कार्ल जंग विल स्मिथ और एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी लोगों ने ऐसा क्या किया कि सफलता उनके आसपास रही हैतो मैं आपको बताना चाहता हूं कि सिद्धांत के मुताबिक जब आपका दिमाग बदलता है तो आपकी किस्मत भी बदलती है। 2:00 से 5:00 का बीच का टाइम मेडीटेशन पूजा आदि के लिए सबसे परफेक्ट टाइम है और इस समय मेनिफेस्टेशन और अवेयरनेस अपने पिक लेवल पर होती है इसी टाइम को ट्रेडीशनली हम ब्रह्म मुहूर्त या ब्रह्मा या बनाने वाले भगवान का समय कहते हैं|
जब हमारा दिमाग या मन नॉर्मल तरीके से काम कर रहा होता है तब हम किसी मनोकामना को आसानी से नहीं मांग सकते हैं लेकिनअपने सोचने के तरीके को पॉजिटिव नेस को बदलना होगा जिससे कि आपकी मेनिफेस्ट आपको त्रि विमीय आकार में दिखाई देंगी जिसके फलस्वरूप आप भविष्य में अपनी काल्पनिक स्थिति को फलीभूत कर पाएंगे|
ब्रह्म मुहूर्त के समय में आपका मन और समय दोनों रुके हुए होते हैं उस समय अंतराल में आप अपनी इच्छा को मेनिफेस्ट करने के बहुत करीब होते हैं इस स्थिति में आप बिल्कुल भी निसंदेह स्थिति में होते हैं
why we should wake up in Brahma muhurta ?
उपरोक्त जो भी फायदे हमने आपको Brahma muhurta में उठने के बताए गए हैं यह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए काफी है | इसके अलावा भी हम आपको बहुत से ऐसे कारण बताते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में आपको क्यों उठना चाहिए । इंसान एक दैनिक प्राणी है अर्थात हमारा शरीर सूरज और प्रकृति के व्यवहार के अनुसार काम करती है इसलिए हमें ब्रह्म मुहूर्त में जागना चाहिए ताकि जब सूरज उगे हम सुबह की सारी विशेष पूरे करें और दिन की नई शुरुआत के लिए तैयार रहें हम सूरज को एक मेहमान की तरह समझ में चाहिए और गोरी बाहों के साथ उसका स्वागत करना चाहिए। और यह भी कहा गया है कि जो सूरज देवता के उगने के बाद भी सोते हैं उन्हें सूर्य देवता का श्राप मिलता है और जो जागते हैं उन्हें ब्लेसिंग अर्थात आशीर्वाद मिलता है ब्रह्म मुहूर्त में जागने से खुशियां आती है और जब आप एक बार इस मुहूर्त में जागना शुरू कर देंगे तो आपके पूरे दिन का शेड्यूल ठीक हो जाएगा|
आयुर्वेद कहता है कि इंसान के शरीर में 3 दोश पाए जाते हैं जिन्हें वाद अर्थात हवा पित्त अर्थात आग और पानी एवं कफ़ अर्थात पृथ्वी और पानी कहा जाता है । इन तीनों दोषों का बढ़ने और घटने का संबंध कालचक्र से है अर्थात सूर्य उगने से 10:00 सुबह का समय कफ का होता है, एवं सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक का टाइम पित्त का समय है एवं दोपहर 2:00 से शाम 6:00 बजे तक का टाइम वात का टाइम है। इसी तरह रात का टाइम का भी शेड्यूल होता है शाम को 6:00 से 10:00 तक का समय कफ का टाइम होता है । अर्थात सुबह ब्रह्म मुहूर्त का समय कफा का समय होता है, और महात्मा योगी कहते हैं कि मेडिटेशन के लिए सुबह 3:00 से 6:00 बजे का समय सर्वोत्तम होता है इस वक्त हम अपने मेडिटेशन स्थिति में बहुत ही गहरी अवस्था में जा सकते हैं|
6 things we should do in Brahma muhurt
Brahma muhurta में की गई योग साधना से इंसान को खुद को पहचाने योग एवं पूजा ध्यान साधना से अपने अंदर और आत्म शक्ति को पहचान सकता है। हमारे धर्म शास्त्र और अष्टांग हृदय में लिखा है एवं श्री श्री गुरुदेव रविशंकर जी सुबह उठकर मेडिटेशन करने की सलाह देते हैं जिससे कि आपको अपने दिन की शुरुआत पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ करने में मदद करती है अब हम आपको ऐसी छे एक्टिविटीज के बारे में बताएंगे जो कि आपके जिंदगी को बदल देंगे| जिन्हें ब्रह्म मुहूर्त में करने से आपकी जिंदगी पूरी बदल जाएंगी|
Meditation :
यह टाइम जब बाकी दुनिया सो रही हो तब मेडिटेशन करने का सबसे बढ़िया समय है यह टाइम आपके सबकॉन्शियस माइंड की जागृत अवस्था के पिक लेवल पर होता है Brahma muhurta में मेडिटेशन करने के लिए सबसे बढ़िया सहज समाधि मेडिटेशन तरीका है यह ध्यान करने का एक यूनिक तरीका है जिसकी प्रैक्टिस से आप तुरंत ही तनाव और मुसीबतों से ऊपर उठकर मन में असीम शांति अनुभव करते हैं और शरीर में स्फूर्ति आती है सहज एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है प्राकृतिक जो बिना किसी प्रयास के किया जाए
समाधि यह एक बहुत ही गहरी आनंदमय और ध्यान फुल स्टेट अवस्था है इसका अर्थ है शायद समाधि एक आसान तरीका है मेडिटेशन करने का जिसके माध्यम से हम आसानी से ध्यान कर सकते हैं|
Visualization :
यह वह टाइम है जब आपका सबकॉन्शियस माइंड सबसे अधिक एक्टिव होता है और यह वही प्रिया है जिसमें आप अपनी मनचाही चीजों को पाने में मदद कर सकता है मेडिटेशन के ठीक 5 मिनट बाद आप उन सभी चीजों के बारे में सोचना शुरू करें जो आप हासिल करना चाहते हैं आपके सपने जो आप हर वक्त देखते हैं हर चीज जो आप पाना चाहते हैं अच्छी जॉब अच्छा बिजनेस अच्छा लाइफ पार्टनर अच्छा रिलेशनशिप अच्छी फैमिली सुख शांति पैसा अच्छी सेहत सब कुछ पानी की जो आपने हमेशा से पाने की उम्मीद की थी इन सब चीज को हासिल करते हुए इमेजीन करने का यह बेस्ट तरीका है|
Read or hear the knowledge :
अष्टांग हृदय के हिसाब से आध्यात्मिक नॉलेज और शाब्दिक ज्ञान को समझने के लिए उपयोग कर सकते हैं इस समय में आप अपने अंदर के सभी जटिल प्रश्नों को समझ सकते हैं जिनका उत्तर आपको आसानी से मिल सकता है धर्म शास्त्र के अनुसार Brahma muhurta का समय शास्त्रों को पढ़ने से मानसिक समस्या को दूर करने में हेल्प करती है|
Plan your day :
Brahma muhurtaजो आपको अवेयरनेस लेवल और ताजगी देता है वह आपकी लाइफ में इंपॉर्टेंट चीजों को बनाने का सही टाइम है फिर चाहे वह काम हो या फाइनेंस से पैसों की कमी या आने वाला दिन के कम का सेडूल हो|
Introspect :
इन्त्रोसेप्ट मतलब आपके अपने पिछले दिनों के कामों को याद करना जिसमें आप याद करें कि आपने कितने टाइम घृणा गुस्सा और ग्रिड जैसे नेगेटिव फीलिंग को दीया है । इन यादों की वजह से खुद को गिल्ट में ना जाने दे बस उन पलों के बारे में अवेयर हो जाए अगर आप हर दिन ऐसा करते हैं तो आखिर में इन नेगेटिव मोशन पर ध्यान देने की टेंडेंसी कम हो जाएंगी|
Remember parents guru and god :
भगवान अक्सर हम अपने कामों में और जिंदगी में इतना उलझ जाती है कि अपने लाइफ में सबसे इंपोर्टेंट लोगों को याद करने का समय ही नहीं मिलता है इसीलिए ऋषि सुनक हमें अपने माता पिता गुरु और भगवान को नमन करने कहते हैं जिसे चाहे तो आप भगवान का नाम दे सकते हैं या एक यूनिवर्सल एनर्जी भी कह सकते हैं आप इन्हें याद करने के लिए मंत्रों का जाप भी करें यह Brahma muhurta के लिए सबसे बढ़िया समय है|
Benefits while waking up in Brahma muhurta
Brahma muhurta का सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसी भी आध्यात्मिक या मानसिक प्रैक्टिकल के फायदों को बढ़ाया जा सकता है इतना ही नहीं ब्रह्म मुहूर्त से जुड़े और भी कई फायदे हैं जैसे कि मेंटल अर्थात मानसिक क्लेरिटी और शांति यानी कि ब्रह्म मुहूर्त में उठने से आप महसूस करेंगे कि आप आपके दिमाग में सब कुछ और गणेश जी तरीके से दिख रहा है यह आपके जीवन और विचारों को एक साथ रखने में मदद करेंगे ब्रह्म मुहूर्त में उठने से आप खुद के बारे में जानेंगे जो आपके मन में स्थिरता रहेंगी। जब आप अपने बारे में ज्यादा जानेंगे और आपके सिक्स सेंस में बढ़ोतरी होने लगेंगे|
अगर आप सुबह 4:00 बजे उठाते हैं आपने अपना दिन खत्म होने तक बहुत कुछ कर लिया है और एक सफल होना महसूस करेंगे| अगर आप दिन के अन्य फेस की तुलना में ब्रह्म मुहूर्त में मेडिटेशन करते हैं तो सिर्फ रियलआईजेशन करने की प्रायिकता बहुत बढ़ जाती है
अगर आप Brahma muhurta में उड़ते हैं तो आप अपने एटीट्यूड में चेंजेज बदलाव महसूस करोगे किसी भी चीज का रिजल्ट तुरंत नहीं मिलता है यह ग्रैजुएल प्रोसेस है इस प्रैक्टिस के हेल्प से धीरे-धीरे आप हर चीज के सुनहरे साइट पर फोकस करेंगे और अनुभव करेंगे कि अब आपके अंदर से जलेसी घृणा जैसी चीजें खत्म होते जा रही है इस वक्त आपका सबकॉन्शियस माइंड सबसे ज्यादा एक्टिव होता है और इस टाइम आप जिस भी चीज पर सबसे ज्यादा फोकस करेंगे वह चीज बहुत जल्दी आपको मिल जाएंगे|
what are the things that we should not do in Brahma muhurta
ऐसी बहुत सी बातें हैं जो कि हमें Brahma muhurta में नहीं करना चाहिए जैसे कि सबसे पहले हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि हमें ब्रह्म मुहूर्त में खाना नहीं खाना है ऐसा करने से बीमारियां हो सकती है हमें किसी भी तरह की स्पेशल एक्टिविटीज नहीं करनी चाहिए ऐसा कुछ भी ना करें जिसमें कि हमें बहुत ज्यादा मानसिक ताकत की जरूरत पड़े क्योंकि ऐसा करने से व्यक्ति की आयु कम हो जाती है|
should everyone wake up in Brahma muhurta
ब्रह्म मुहूर्त एक बहुत ही खास समय है ऐसे में हमारे मन में एक ख्याल आता है कि क्या हम सब को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए तो अष्टांग हृदय के हिसाब से केवल एक हेल्थी व्यक्ति को ही ब्रह्म मुहूर्त में जागना चाहिए कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें की ब्रह्म मुहूर्त में नहीं जागना चाहिए जैसे कि गर्भवती महिला बच्चे बूढ़े लोग जिनके अंदर उठने की ताकत नहीं है यह किसी भी फिजिकल मेंटल बीमारी से ग्रसित लोग या जिन लोगों ने अपना रात का खाना पचाया नहीं है ऐसे लोगों को ब्रह्म मुहूर्त में नहीं होना चाहिए।
Can we sleep after Brahma muhurta
Brahma muhurta के बारे में इतनी जानकारी जानने के बाद आप लोगों में से कई के दिमाग में यह सवाल होगा कि क्या Brahma muhurta में जागने के बाद हम दोबारा सो सकते हैं तो सिद्धांत रूप से इंसान को जल्दी सोना चाहिए और ब्रह्म मुहूर्त से पहले उसके दौरान जागना चाहिए ताकि आपको दिन में नींद ना आए और यदि यह पॉसिबल ना हो तो आप यह जरूर करें यदि आज के समय में किसी के लिए 8:00 बजे सोना और 4:00 बजे जागना प्रैक्टिकल है तो हमारी एडवाइस है तो वह ब्रह्म मुहूर्त के दौरान उठकर योगा मेडिटेशन करें और उसके बाद शवासन आंख बंद करके लेट जाए इस एक्सरसाइज के बाद आप लास्ट में सो सकते हैं लेकिन यह रात की नींद से अलग होगा आपको लग रहा होगा कि नींद तो नींद होती है लेकिन इसे आजमाने के बाद आपको असली फर्क महसूस होगा क्योंकि जब आप सवासन की नींद से जागते हैं तो आप खुद में एनर्जी ठीक और तंदुरुस्त महसूस करोगे ना कि आलसी और नर्वस के साथ में होंगे लेकिन हमें सूरज उगने तक उठ जाना चाहिए ब्रह्म मुहूर्त के समय ज्यादातर दुनिया सो रही होती है और हवा में शांति के अलावा कुछ भी नहीं होता है आप शांति के सांस ले सकते हैं और सभी तनाव को बाहर निकाल सकते हैं इतना ही नहीं कलयुग के इस दौर में Brahma muhurta एकमात्र एकमात्र समय है जब आप महसूस कर सकते हैं कि सतयुग में रहना कैसा लग सकता है और अगर आप एक कलाकार है तो आपका काम क्रिएटिविटी की मांग करता है तो आपको जरूर ही इस ब्रह्म मुहूर्त में उठकर ज्यादा से ज्यादा फायदा लेना चाहिए आप अपने सिस्टम में क्रिएटिविटी को फ्लोर होते हुए देख सकते हैं|
सारांश
इस लेख को हम खत्म करते हुए कहते हैं कि आप अनरियलिस्टिक मतलब अवास्तविक इच्छा न रखें जो हो सकता है वही सोचे आपके दिमाग में या मन में एक क्लियर और वास्तविक इच्छा को ध्यान में रखें और ऐसा करने से आप जितना सोच सकते हैं वह फलीभूत हो जाएगा तो प्रिय पाठको आप ही दी अपनी जिंदगी को बदलना चाहते हैं और सफलता पाना चाहते हैं तो Brahma muhurta में उठकर मेडिटेशन के साथ-साथ विजुलाइजेशन करें।
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