असीम संभावनाओं की आकाश Quantum Physics क्वांटम फील्ड में मैं आपका स्वागत करता हूं एक ऐसा विज्ञान जो बताता है कि ईस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है यह भी बताता है कि आप इस ब्रह्माण्ड से जो मांग सकते हो जो चाहे बोल सकते हो आप का पात्र छोटा पड़ जाएगा लेकिन इस ब्रह्मांड के देने की क्षमता कम नहीं होगी।
किस तरह से लो आइक्यू का आदमी जिसे स्कूल से निकाल दिया गया वह एक मशहूर वैज्ञानिक बन गया एक ऐसा आदमी जिसे बिजनेस की एबीसी तब पता नहीं थी वह एक मशहूर बिजनेसमैन बन गया। कैंसर का स्टेज 4 व्यक्ति जिसे डॉक्टर ने भी मना कर दिया कि तुम अब 6 महीने से अधिक नहीं जिंदा रह पाओगे उसने अपनी बीमारी को स्वयं ही ठीक कर लिया इसके लिए हमें न्यूटन के प्रिडिक्टेबल नियम को छोड़कर जिसके के अनुसार जहां हर चीज का अनुमान लगाया जा सकता है इसके बजाय हमें Quantum Physics के मॉडल को समझना पड़ेगा।
क ऐसा विज्ञान जो कि हमें यह बताता है कि जिस चीज को हम ढूंढ रहे हैं वही हमें भी ढूंढ रही है। जो की यह बताता है की हम अपनी लाइफ जिंदगी के क्रिएटर हैं। और जो भी हम चाहे अपने माइंड से लगातार इस ब्रम्हांड के सहारे क्रिएट कर रहे है।
क्वांटम जगत का रहस्य | What is Quantum World
हर कोई इंसान अपनी महानता पर ग्रेटनेस पर यकीन करता है और जब आप अपनी महानता पर पूरी तरह से यकीन करेंगै, तभी आप कुछ महान काम कर पाएंगे। कुछ बड़ा कर पाएंगे।
Quantum World को जैसे कि वैज्ञानिकों ने डिफाइन किया है जिसके अनुसार ब्रह्मांड की एक ऊर्जा की फील्ड है जिसमें हम चारों तरफ से गिरे हुए हैं यह उर्जा हमें सारे क्रिएचर से जोड़ती है और यह ऊर्जा हमारे अंदर और बाहर हर जगह मौजूद है यह ऊर्जा कोई भी रूप ले सकती है यह ऊर्जा जिस चीज का चाहे उस चीज का निर्माण कर सकती है ब्रह्मांड की सारी चीजें इससे ही निकलती है और सारी अंत में इसमें ही लुप्त हो जाती है।
Quantum Physics In Hindi
मैक्स प्लांट ने इसको मैट्रिक्स कहा था और बहुत सारे लोगों ने इससे गॉड माइंड या भगवान का दिमाग ऐसे नाम दी है क्योंकि यह सच में जादुई है क्योंकि यह उर्जा किस तरह से अपना रूप बदलती है और वस्तु में बदलती है इसके लिए हमें अगले नियम को समझना होगा जोकि कहता है की मास इक्वल टू एनर्जी e=mc2 ।
जीवन में मिलने वाली हर छोटी या बड़ी वस्तुएं बुरी या अच्छी वस्तुएं सभी आइटम से मिलकर बनी हुई होती है और एटॉम जो की इलेक्ट्रॉन न्यूट्रॉन प्रोटोन सब से मिलकर बना होता है और यह पार्टिकल ऊर्जा का समूह है और यह ऊर्जा की वाइब्रेशन है और इस ऊर्जा के लिए कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इससे एक छोटी वस्तु बनाना चाहती हो या बड़ी वस्तु बनाना चाहते हो अच्छी वस्तु बनाना चाहते हो पूरी बस्ती बनाना चाहते हो। आप इसे एक रुपए बना सकते हैं और करो रुपए भी आप इससे एक अच्छी है हेल्थ भी पा सकते हैं और बीमारी भी पा सकते हैं |
आप उर्जा को जिस तरह से कन्वर्ट करना चाहते हैं उस रूप में कन्वर्ट कर सकते हैं। उर्जा किसी भी चीज का निर्माण कर सकती है इसलिए आपकी कोई सीमा नहीं कि आप इस यूनिवर्स से क्या मांग सकते हैं इस बात की भी सीमा नहीं कि आप कितना मांग सकते हो या आप पर निर्भर करता है या आपकी पात्रता और फोकस पर निर्भर करता है।
यह बात अल्बर्ट आइंस्टीन ने प्रूफ किया की उर्जा जब चाहे तब मैटर में कन्वर्ट हो सकती है और मैटर जब चाहे तब ऊर्जा में कन्वर्ट हो सकता है। हमें जो भी चाहिए जैसे कि कोई जॉब हो पैसा रस्ते का घर आदि यह सब मैटर है इसके लिए हमें यहां सीखना पड़ेगा कि हम किस तरह से उर्जा का नियंत्रण करके ऊर्जा को इन मैटर में बदल सके। इसके लिए हमें तीसरा नियम लॉक सीखना पड़ेगा जो है
Quantum Physics Meaning In Hindi
हमने देखा है कि उर्जा कोई भी रूप ले सकती है लेकिन यदि उर्जा कोई ऐसा रूप ले ले जो कि हमें पसंद ही ना हो जैसे कि हम बीमार पड़े बेरोजगारी आई हमारे रिश्ते खराब होंगे हमें वह जल्द मिलने लगेंगे जो कि हमें नहीं चाहिए तो आखिर यह ऊर्जा एक अच्छे रूप में कैसे रूप लेती है क्या इसका हमारे कोई मस्तिक से कनेक्शन है अभी समझते हैं|
वैज्ञानिकों ने यह खोज किया कि जब हम किसी इलेक्ट्रॉन को देखते हैं, विजुलायिज करते है, तो पार्टीकल मैटर बन जाता है पदार्थ बन जाता है और जब हम इसे नहीं देखते हैं तो वह वेव तरंग बन जाता है। या उर्जा बन जाता है कहने का अर्थ यह है कि हम अपने मस्तिष्क से अपनी चाहने वाली चीजों को आप कल्पना करें या किसी एक पॉइंट पर फोकस करें तो यूनिवर्स ब्रह्मांड उसे रिस्पांस या फलीभूत करता है और ऊर्जा को मेटर में बदल देता है.
कहने का अर्थ यह है कि हम अपने दिमाग या अंतरात्मा को सकारात्मक चीजों पर फोकस करके रखे उसके लिए इमोशन भावना फील करें तो हमारे वाइब्रेशन से भी वैसे ही हो जाएंगी जैसी हमारी वाइब्रेशन होगी वह Quantum World से कांटेक्ट करके कनेक्ट करके उसी तरह के रिजल्ट हमारे लिए लेकर आएंगे।
does time exist in the quantum world | Atomic Physics
न्यूटन के मॉडल में हर एक चीज प्रिडिकटेबल मतलब अनुमानित है। लेकिन जब एटम में देखा गया कि इलेक्ट्रॉन जो है वह लीनियर नहीं चलते हैं वह अपने हिसाब से चलते हैं एक जहां गायब हो जाते हैं और दूसरी जगह प्रकट हो जाते हैं यह सब अचानक होता है कहने का अर्थ है यह है कि आपका गोल यूनिवर्स में किसी भी जगह किसी भी समय पर लोकेटेड है.
यदि आप अपने माइंड को सही से यूज करें तो आप तुरंत ही उसे पा सकते हैं तो फिर आप कहेंगे कि एक साधारण सा इंसान करोड़पति क्यों नहीं बन जाता बीमारियां तुरंत क्यों ठीक नहीं हो जाती इसके लिए आपको अपने ब्रेन को यूज करना आना चाहिए|
अभी आप अपने ब्रेन अर्थात अंतरात्मा Subconscious Mind को उस कोहरेंट स्टेट में ले जा सकते हैं जहां की आपकी वाइब्रेशन जो आप चाहते हैं तो मेनिफेस्टेशन फलीभूत अचानक हो जाएगा। जैसे की आपने देखा है की आपको कभी भूख लगे तब अचानक से आपका दोस्त आपके लिए कुछ खाने की चीजें ले आए और कहता है की चलो भूख लगी थी मुझे भी इसलिए मैं अपने लिए खाने के लिए आए तो यह मैनिफेस्टेशन का एक छोटा सा पार्ट है। यह सब Quantum Physics का ही पार्ट है।
आपने अभी तक छोटे मन मेनिफेस्टेशन किए हैं लेकिन आप अपनी अंतरात्मा सबकॉन्शियस माइंड का उपयोग करना जानते हैं कि आपको यह कंसेप्ट पता है कि Quantum Physics मॉडल टाइम को स्पेस को कॉलेप्स कर आपको आपके कॉल्स से तुरंत मेला सकता है और आप आपके अंतरात्मा को उस लेवल पर फोकस कर सकते हैं तो आप जो चाहे उस रिजल्ट को क्रिएट कर सकते हैं।
अभी तक हमने यह समझा कि हम ऊर्जा के समंदर से गिरे हुए हैं जहां पर सपनों की दुनिया एक संभावना के रूप में मौजूद है लेकिन यह संभावना हकीकत में तब्दील तभी होंगी जब कि हम अपने सबकॉन्शियस माइंड का इस्तेमाल करना सीखेंगे और इस Quantum Physics क्वांटम फील्ड से जुड़ना सीखेंगे।
अब हम क्वांटम फील्ड से कैसे जुड़े इसे कैसे कमांड दे इसे समझना होगा।
how does quantum physics work
क्या कभी आपने किसी लाइब्रेरी को ज्वाइन किया है लाइब्रेरी की किताब लेने के लिए सबसे पहले आपको उसका मेंबर बनना होगा उसके अलावा उस लाइब्रेरी के अपने कुछ रूल्स होते हैं । जब आप इससे एक बार जुड़ जाते हैं तो इसके संसाधनों को इस्तेमाल कर सकते हैं आप इसके फैमिली बन जाएंगे यहां किताबों को ले सकते हैं पढ़ सकते हैं इस्तेमाल कर सकते हैं यही मॉडल हमें Quantum Physics के साथ भी इस्तेमाल करना है|
अभी हम पदार्थ है स्थूल है हमारी वाइब्रेशंस लो लेवल पर हैं और क्वांटम फील्ड एनर्जी फील्ड है इसकी एनर्जी बहुत ही हाई लेवल पर होते हैं इसलिए सबसे पहले हमारे वाइब्रेशंस को बढ़ाना होगा जो चीज हमें वाइब्रेशन में रखती है वह है हमारा एनवायरमेंट वातावरण में जो भी लोग हैं दुनिया हैं हमारे समान हैं यह हमारे दिमाग में खास तरह के विचार बनाते हैं यह विचार कुछ भावनाएं लाते हैं और यह हमारे वाइब्रेशंस आवृत्ति को बनाता है|

अब समझने वाली बात यह है कि Quantum Physics फैमिली से जुड़ना है तो पहला स्टेप होगा कि हमें अपने आसपास के वातावरण से पूरी तरह से अलग डिस्कनेक्ट होना होगा जैसे हम इन से डिस्कनेक्ट होंगे हमारे मन में जो विचार है वे रुकने शुरू हो जाएंगे और तब एक संभावना बनती है हमारा मन किसी नए विचार को क्रिएट कर सकता है हम अपने वाइब्रेशन को उठा सकते हैं और इसके लिए आपको मेडिटेशन का सहारा लेना होगा मेडिटेशन का मतलब यही होता है आप अपने विचारो को शून्य करे और वर्तमान में स्थिर हो जाए।
इसके लिए आपको अपने अंतरात्मा को कोहेरेंट स्टेट में ले जाना होगा पॉजिटिव विचार क्रिएट करना होगा किसी ऐसे इंसान को याद करना होगा जिसे आप प्यार करते हैं या फिर ग्रिटीट्यूड आभार की प्रैक्टिस कीजिए जब भी आप ऐसा 2 मिनट के लिए करते हैं आपकी एनर्जी वाइब्रेशंस उठना शुरू होते हैं जितने भी नकारात्मक विचार होते हैं वह सब के सब शांत होना शुरू हो जाते हैं|
अब आपको क्लियर यह डिसाइड करना होगा कि आपको चाहिए क्या आपको जो चाहिए उसे विजुलाइज करें उसे मेनिफेस्ट करें और उसी पर आपको फोकस करना होगा और जब आप ऐसा लगातार करेंगे तो आप एक नई वाइब्रेशंस ऊर्जा को अपनी तरफ खींच आएंगे और यह ऊर्जा आपके मनपसंद मेटर अर्थात वस्तुवो परिस्थिति में बदलने लगेगी|
सारांश
अंतरात्मा सबकॉन्शियस माइंड और Quantum Physics क्वांटम वर्ल्ड का एक गहरा नाता है अंतरात्मा सबकॉन्शियस माइंड के द्वारा ही हम Quantum Physics के द्वारा अपनी इच्छाओं को मेनिफेस्ट कर सकते हैं उदाहरण के लिए हम भीड़ में किसी व्यक्ति को देखते हैं तो अचानक से वह व्यक्ति भी हमारी दर्द देखने लग जाता है अर्थात हम किसी व्यक्ति का ध्यान करते हैं उसकी तरफ देखते हैं तो उससे अनुभूति होती है और वह भी हमें देखने लगता है यह ठीक उसी प्रकार है जैसा कि हम किसी चीज को चाहते हैं और वह हमारे सामने आ जाती है।
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