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How to Open Third Eye | तीसरी आँख खोलने का तरीका

थर्ड आई हमारी एक स्प्रिचुअल आंख है तीसरी आँख आत्मा का द्वार है इसके सहारे हमें यह पता चलता है कि हम शरीर नहीं आत्मा है और हम ब्रह्मांड से जुड़े हैं। और यह तीसरी आंख की शक्ति हमें इतनी शक्तिशाली बना देती है कि हमारी सभी इच्छाएं मेनिफेस्ट पूरी होती है हमारे विचारों में शक्ति आ जाती है इसके कारण हमारी पर्सनैलिटी मजबूत होती है।

Third Eye
तीसरी आँख

तीसरी आँख खोलने का तरीका | how to open third eye with candle


अगर किसी के चेहरे पर कोई तेज दिख रहा है आंखों में कोई रोशनी दिख रही है इसका सीधा सा मतलब है कि कहीं ना कहीं उसने अपने तीसरी आँख पर काम किया है और वह जागृत हो रही है और इसके कारण आपको अपने जीवन में बहुत ही आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिल सकते है । जैसे की सुख और दुख में न्यूट्रल रहना , क्योंकि आप अपने जीवन को अंदरूनी तौर पर थर्ड आई से देख सकते हो।

तीसरी आँख Third Eye के एक्टिवेट होने से आपके जीवन में क्लेरिटी आती है आप सत्य को देख पाते हो| इसे निम्न प्रकाएक्टिवेट करते है|

1 मूल बंध और उड्डीयान बंध

मूलबंध का अर्थ यह है कि हम अपने एनस मार्ग को ऊपर की ओर खींचते हैं और उड्डीयान बंध में हम हमारे नाभि के नीचे के हिस्से को ऊपर की ओर खींचते हैं अब आपको थोड़ी स्पाइनल कॉर्ड की एनाटॉमी को समझना होगा।
हमारे बैकबोन के अंदर जो स्पाइनल कॉर्ड होती है उसके ऊपर एक कवरिंग होती है जिसमें की एक द्रव होता है जिसे की शेरो प्लस द्रव कहते हैं जब भी हम अपने पेट के प्रेशर को बढ़ाते हैं तो यह फ्लूड द्रव ऊपर जाता है। और हमारे दिमाग में थैलेमस और बाकी हिस्सों में हरकत करता है |

Third Eye
Illustration of woman meditating, symbol flower of life

आपको पता है कि पीनियल ग्लैंड में क्रिस्टल होते हैं यह क्वेश्चन जब आपस में टकराते हैं ठीक उसी तरह जिस तरह सिगरेट का लाइटर टकराता है तो यह दो वेव निकालती है, यह चिंगारी नहीं होती है बल्कि इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव होती है उस तरह की किरणें जो कि मोबाइल फोन या टीवी टावर से से निकलती है और इसके कारण हमारा कनेक्शन ब्रह्मांड रूपी कंप्यूटर से होता है और हम बहुत सारे अनुभव को प्राप्त करते हैं इस स्टेट में ऐसा हो सकता है कि आप सुख हो या दुख हो सभी में समान रहेंगे आपके पास हर समस्या का एक समाधान होगा।

2 अवेयरनेस

बहुत सारे ट्रेडीशन में ऐसी मान्यता है कि हम तिलक लगाते हैं या औरतें बिंदी लगाती हैं तिब्बत में एक प्रथा थी कि अपनी Third Eye तीसरी आँख के पास उसे काटकर एक जख्म बनाया जाए इन सब का उद्देश्य आखिर क्या है इन सब का उद्देश्य है कि हम हमारी चेतना को पढ़ाई के ऊपर ले जाएं।


अवैध में जागरूकता को हम इस तरह समझते हैं कि जब हमारे हम किसी बॉडी पार्ट को समझते हैं तो उससे क्या होता है जो यहां पर नरम होती है उनकी एक्टिविटी बढ़ जाती है इस एक्टिविटी के बढ़ने के कारण नाइट्रस ऑक्साइड रिलीज होता है रिलीज के कारण छोटी-छोटी जो आर्टिरीज है धमनिया है वह फैल जाती है और ब्लड का सरकुलेशन बढ़ जाता है और यह पार्ट धीरे-धीरे जागृत होने लगता है

जब हम तीसरी आँख Third Eye पर अपने अटेंशन को ध्यान को केंद्रित करते हैं अगर बनते हैं तो उसके कारण यहां पर भी ब्लड फ्लो खून का बहाव तेज होता है और जब पीनियल ग्लैंड में रक्त का बहाव तेज होता है तो यह धीरे-धीरे एक्टिवेट होने लगता है इसके लिए आप बिंदी का सहारा या तिलक का सहारा ले सकते हैं या आप एक सिक्के को अपने थर्ड आई के ऊपर रखकर ध्यान लगा सकते हैं यह सारी तकनीक के आपके शरीर की अवेयरनेस बढ़ाएंगे और थर्ड आई को जागृत करेंगी।

3 योगा मेडिटेशन

त्राटक क्रिया
त्राटक क्रिया एक ऐसी क्रिया है हठयोग की जिसमें कि हम अपनी आंख को एक बिंदु पर या किसी दिए की लौ पर केंद्रित करते हैं जब हम अपने ध्यान को किसी चीज पर केंद्रित करते हैं हमारे आंखों की पावर धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं जो सारी चेतना हमारे शरीर में बर्बाद होती है वह सारी की सारी चेतना हमारी आंखों पर आ जाती है और यह आंख हमारी रेटिना के सहारे नारों के सहारे हमारे ब्रेन में जाती है और ब्रेन में जाकर और एक अलग पाथवे के सहारे थर्ड आई को एक्टिवेट करती है

तो त्राटक क्रिया में आप किसी भी लव को देख सकते हैं और उसके बाद आंख बंद कर मेडिटेशन करके थर्ड आई जागृत कर सकते हैं त्राटक क्रिया का एक फायदा और यहां है कि जब हम किसी लव को अधिक समय तक देखते हैं और उसके बाद आंख बंद करते हैं तो भी यह लो हमें दिखाई देती रहती है इससे भी Third Eye तीसरी आँख का एक्टिवेट होता है।

4 अफरमेशन

हम जो इन आंखों से देखते हैं वह सच नहीं है वह कहीं न कहीं धुंधली है क्योंकि हमारे आंखों के ऊपर हमारा बिलीव सिस्टम अर्थात एक पर्दा रहता है और इस बिलीव सिस्टम के तहत ही हम चीजों को देखते हैं। दरअसल प्रत्येक घटना हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग मायने रखती है। लेकिन जब हम सत्य को जैसा है वैसा ही देखने की कोशिश करते हैं तो हमारा थर्ड आई एक्टिवेट होता है इसलिए आप एफर्मेशन करिए आप जैसी दुनिया है उसे वैसा देखिए और जब आप इस तरह से एफर्मेशन करेंगे तो आपकी Third Eye तीसरी आँख एक्टिवेट होकर असीम शक्तियां आएंगी|

5 शांभवी मुद्रा

शांभवी मुद्रा शंभू शब्द से बनी हुई है शंभू भगवान शंकर का नाम है जिसका कि मतलब होता है आनंद तो शांभवी का मतलब होता है आनंदमई
इस मुद्रा में हम अपनी संपूर्ण चेतना को थर्ड आई पर कंसंट्रेट करते हैं इसके सहारे थर्ड आई पर पूरी ताकत केंद्रित होती है और ऐसा वैक्यूम बनता है। एक ऐसा चुंबकीय प्रभाव होता है जिसके कारण हमारे मूलाधार चक्र मैं स्थिति कुंडलिनी शक्ति जोकि केचोली मारकर बैठी हुई है। वह सारे चक्र को क्रॉस कर ऊपर आ जाती है और शांभवी बन जाती है मतलब की आनंदमई बन जाती है

इसको करने की तकनीक यही है कि पहला स्टेप या है आप आराम से शांति से बैठ जाए और उसके बाद और थोड़ी देर आंखों को बंद करें और अपनी सांसों पर ध्यान दें और मन को केंद्रित करें और आंखों को खोलकर कोशिश कर की आप Third Eye तीसरी आँख पर देख रहे है।


अर्थात आप अपने मस्तिष्क में ऊपर की तरफ और अंदर की तरफ Third Eye तीसरी आँख महसूस कर रहे हैं और जब तक आप इस तरह से रख सकते हो अपनी चेतना को इसी प्रकार रखो जब आंखों में दर्द स्टार्ट हो जाए तो आंखों को बंद कर जो शांति आपने थर्ड आई पर केंद्रित की है जो वैक्यूम जो खालीपन हुआ है उसे महसूस करें और इसके सहारे आप अपनी पढ़ाई को एक्टिवेट कर सकते हैं।


शांभवी मुद्रा का उपयोग मेनिफेस्टेशन में भी होता है जब हम किसी इच्छा को विश करते हैं मेनिफेस्ट करते हैं उस समय भी शांभवी मुद्रा बहुत ही शक्तिशाली होती है।

5 आई एक्सरसाइज

यह एक बहुत ही साधारण तकनीक है लेकिन बहुत ही पावरफुल तकनीक भी है जैसे कि यह दोनों आंखें जब शक्तिशाली होती है जब इनमें शक्ति आती है तो यह पावर थर्ड आई को भी ट्रांसफर होती है हमारी यह आंखें रेटआईना पर इमेज बनाती है। रेटीना पर इमेज बनने के कारण ऑप्टिक नर्व से ऑप्टिक के जमा को मैसेज जाता है वहां मैसेज आने के बाद यह मैसेज ऑप्टिक ट्रैक बनता है और इसके कारण ब्रेन में जाता है वहां से यह पाथ वे के द्वारा आपकी पीनियल ग्लैंड में मैसेज जाता है।

जब आप आंखों की एक्सरसाइज करते हैं जैसे दाएं बाएं चलाना ऊपर नीचे चलाना आंखों को रोटेट करना इससे आपकी आंखों की मांसपेशियां मजबूत होती है इसमें ब्लड का प्रभाव तेज होता है। इसके साथ ही यह सब बदलाव आपकी थर्ड आई में भी होते हैं जिससे कि आपकी Third Eye तीसरी आँख मजबूत और एक्टिवेट होती है।

FAQ:-


तीसरा नेत्र खोलने के लिए कितना ध्यान करना चाहिए?

तीसरी आँख खोलने के लिए लगने वाला समय प्रत्येक व्यक्ति के ध्यान करने के तरीके और लगन के ऊपर निर्भर करता है |


तीसरी आंख कितने दिन में खुलती है?

तीसरी आँख खोलने के लिए लगने वाला समय प्रत्येक व्यक्ति के ध्यान करने के तरीके और लगन के ऊपर निर्भर करता है |


तीसरा नेत्र कैसे खोलें हिंदू धर्म?

तीसरी आँख खोलने के लिए हिन्दू धर्म में त्राटक क्रिया सबसे उपयोगी है और यह सबसे अधिक कारगर है जिसमे हम एक ज्योति पर लगातार ध्यान केन्द्रित कर मेडिटेशन करते है |

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