BooksToReview

रिच डैड पुअर डैड | Rich Dad Poor Dad in Hindi Summary

प्रस्तावना:- Rich dad poor dad in hindi download

Rich Dad Poor Dad को खरीदने हेतु यहा क्लिक करे

एक अमेरिकन मल्टीमिलेनियर राबर्ट टी कियोसाकी के द्वारा Rich Dad Poor Dad Book लिखी गई है रॉबर्ट कियोसाकी रिच डैड कंपनी के फाउंडर है यह एक एजुकेशन कंपनी है जो लोगों को बुक्स और वीडियोस के द्वारा फाइनेंस और बिजनेस आईडियाज देती है रॉबर्ट कियोसकी का कहना है कि अमीर लोग अपने बच्चों को पैसे कमाने के बारे में सिखाते हैं वह गरीब और मिडिल क्लास के लोग अपने बच्चों को नहीं सिखाते हैं|

राबर्ट टी कियोसाकी Rich Dad Poor Dad के बारे में जाने

Rich dad poor dad in hindi online read

रिच डैड पुअर डैड इन हिंदी PDF

यह कहानी रिच डैड पुअर डैड RICH DAD POOR DAD लेखक की खुद की कहानी है उनके दो पिता थे पहले बायोलॉजिकल पिता जिन्होंने उन्हें जन्म दिया जो कि गरीब थे और दूसरे उनके बचपन के मित्र माइक के पिता जो कि अमीर थे दोनों ही पिता ने बताया कि सफलता को कैसे प्राप्त करना है एक आमिर पिता अपनी परिवार के लिए 10 मिलियन डॉलर और चर्च के लिए चैरिटी छोड़ कर गए थे और दूसरे बिना चुकाए हुए बिल छोड़ कर गए थे| लेखक के लिए यहां सबूत बन गया था कि कौन से पिता की एप्रोच उनके लिए ज्यादा फाइनेंसली मजबूत है| बुक लिखने के समय दोनों पिता की तुलना करते हैं जैसे कि उनके सिद्धांत विचार आईडिया फाइनेंस प्रैक्टिस एक्टिवनेस| उनके गरीब पिता अधिक पढ़े लिखे होने के बाद भी किस तरह संघर्ष कर रहे थे और दूसरे अमीर पिता बिजनेसमेन जो अपनी संपत्ति को बना रहे थे|

  • लेखक अपने पिता को उन लोगों से तुलना करते हैं जो कि चूहे दौड़ में भाग रहे हैं , और ज्यादा पाने के चक्कर में ही फंस गए हैं लेकिन पैसे की कमी से अपने सपनों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं वह अपना ज्यादा समय स्कूल में दुनिया की समस्या के बारे में पढ़ा रहे लेकिन पैसे के लिए कभी कोई लेशन नहीं सिखाया जाता है|
  • रुपयों के बारे में किसी विद्यालय स्कूल में कोई पढ़ाई नहीं होती है, स्कूलों में सिर्फ प्रोफेशनल स्किल पढ़ाई जाती है इसी वजह से अमीर और अमीर बनते हैं और गरीब और गरीब बनते हैं मध्यमवर्गीय इसी संघर्ष में रहते हैं| फाइनेंस रिलेटेड घर पर पढ़ाया जाता है ना कि स्कूल में हममें से ज्यादातर पैसे के बारे में अपने पिता से सीखते हैं
  • लेखक Rich Dad Poor Dad अपने गरीब बाप को दूसरे हजारों लाखों पिता से कंपेयर करते हैं जो कि अपने बच्चों को इस बात के लिए इनकरेज करते हैं कि वे अच्छे से लिखे पढ़े और उनको अच्छी सी कंपनी में अच्छी नौकरी मिले गरीब पिता हमेशा पारंपरिक सिद्धांत में विश्वास करते हैं जैसे मेहनत करना पैसे बचाना, महंगी चीजें नहीं खरीदना| उनका यह मानना था, कि एक अच्छी कंपनी के साथ जॉब करना एक अच्छा काम है गरीब बाप अपने बेटे के बारे में दुखी हुए कि उनका बेटा किसी बड़ी कंपनी में नौकरी नहीं कर रहा है वह पढ़ाई को सफलता के पासपोर्ट के रूप में देखते हैं उनके पास पीएचडी की डिग्री थी और आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे थे| जो विश्वास करते थे कि कभी भी अमीर नहीं बन पाएंगे और उनकी यही कही गई खुद की भविष्यवाणी बन गई गरीब बाप हमेशा अच्छी शिक्षा मैं रुचिकर थे एवं पैसे से जुड़े मामले में रुचिकर नहीं थे लेखक अपने गरीब पिता के बारे में लिखा है, कि वे कहते है की मैं पैसे में रुचि नहीं रखता हूं और मेरे लिए पैसा मायने नहीं रखता है |

लेखक Rich Dad Poor Dad ने अपने पिता को कुछ पॉइंट में डिस्क्राइब किया है कि वे लंबे समय तक जॉब सिक्योरिटी, ओकेसन, सिक लिव, कंपनी इंश्योरेंस, सेलरी ग्रोथ ,प्रमोसन के बारे में ही बात करते थे| लेखक का मानना था कि उनके गरीब बाप का ध्यान इन्हीं सब बातों में था और खुद के काम पर कभी नहीं होता था और लेखक को लगता था कि उनके गरीब पिता चूहा दौड़ में भाग रहे हैं और उनके पिता बहुत हार्ड वर्क करते हैं फिर भी आर्थिक रूप से आगे नहीं बढ़ पाए । पैसों के मामले में गरीब पिता का यह सोचना था कि बिल को चुकाने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी होती है और अमीर पिता पैसा बनाने में विश्वास करते थे

Rich Dad Poor Dad नाम की किताब 9 साल की उम्र में लिखना शुरू किया था | जब उनको यह पता चला कि उनके अमीर पिता की फाइनेंशली ज्ञान गरीब पिता से ज्यादा है और अपने अमीर पिता से यह सीखा कि कुछ चीजों में कभी ना नहीं करना चाहिए बल्कि जैसे मैं यहां अफोर्ड नहीं कर सकता बल्कि इसकी जगह यह कहना चाहिए कि मैं ऐसे कैसे ऑफ़र्ड कर सकता हूं उनका मानना था कि मै अफोर्ड नहीं कर सकता जैसे शब्द दिमाग को बंद कर देना चाहिए, मैं अफोर्ड कर सकता हूं जैसे पॉसिबिलिटी उत्साह और सपनों को बढ़ावा देते हैं|

लेखक Rich Dad Poor Dad ने इस उदाहरण से समझाया कि वे और उनका दोस्त माइक जब काम से उनके पिता के पास गए तो अमीर बाप उनको कार्य के बदले वेतन बहुत कम देते थे ताकि उनमें यह गुस्सा वाली भावना पैदा हो ताकि उनको अन्याय वाली अनुभूति हो ताकि लगे कि खुद के लिए काम करना कितना महत्वपूर्ण है ना कि दूसरों के लिए काम करना| लेखक बताते हैं कि वे अपने अमीर पिता से शिकायत करते हैं कि उन्हें कम वेतन दिया गया तो अमीर पिता कहते कि तुम यह मत सोचो कि तुम इन पैसों में क्या खरीदोगे बल्कि यह सोचो कि तुम्हें क्या खरीदना है अमिर पिता चाहते हैं कि ऐसा इंसान बनो जो रिस्क लेने से डरे नहीं बल्कि इसको को कैसे मैनेज करना है यह सीखे गरीब पिता का माना था पैसे ही समस्या की जड़ है जबकि आमिर पिता का मानना था कि पैसा की कमी सबसे बड़ी समस्या है|

लेखक Rich Dad Poor Dad अपने आप को बहुत भाग्यशाली मानते हैं कि उनके दो पिता थे दोनों को हर बात में तुलना करते थे अमीर बाप अकाउंटबीलिटी पर जोर देते हैं और संपत्ति बनाना चाहते हैं और गरीब बाप लायबिलिटी पैदा करना चाहता है|

लेखक द्वारा आमिर बनने के लिए अपने जीवन के अनुभव के आधार पर 10 भागो में सिद्धांतो को वर्गीकृत किया है |

भाग 1 :- Hate to rat race

साल 1956 में माइक और लेखक एक निकल कंपनी को रन करते हैं जिससे कि माइक के पिता ने रिजेक्ट कर दिया था क्योंकि वह इल्लीगल थी क्योंकि वे चाहते थे की चूहे की दौड़ से घ्रणा करना |

इसके दो विकल्प है पूरी जिंदगी लोगों के लिए काम करते रहो जिससे थोड़े पैसे मिलेंगे जिससे जिंदगी का गुजारा हो सके, दूसरा यह की लोगों से मेहनत करवावों जिससे पैसा कमाया जा सके|

बिजनेस वह होता है जिसमें मेरी बहुत ही की उपस्थिति नहीं होती और काम दूसरे लोगों के द्वारा किया जाता है अगर मुझे वह काम करना पड़े तो मेरे लिए बिजनेस नहीं नौकरी है

भाग 2:-आमिर पैसे के लिए काम नहीं करता रिच डोंट वर्क फॉर मनी


जो आराम से रहकर रिस्क नहीं लेते वे गरीब लोग होते हैं| गरीब और मध्यम वर्ग के लोग पैसो के लिए काम करते है और पैसे के डर से काम करते है रिस्क नहीं लेते है |
सभी के जीवन में मौके आते हैं लेकिन अमीर लोग मौका पहचानकर रिस्क ले लेते हैं जबकि गरीब लोग पैसा और सिक्योरिटी के पीछे भागते है |
पैसे ने आपके लिए काम करना चाहिए ना कि आप पैसे के लिए इससे पावर और कंट्रोल दोनों आपके हाथों में होगा|

भाग 3:- क्यों आर्थिक पढ़ाई जरूरी है | Why teach fainance litaracy

क्यों आर्थिक पढ़ाई जरूरी है व्हाय टीच फाइनेंसर इलिटरेसी
माइक अपने पिता से आर्थिक नीति पढ़कर अपने पिता के बिजनेस को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रहे हैं और अपने बेटे को इतना काबिल बनाया कि वह उनका बिजनेस व कंपनी को कंट्रोल कर सकता है

कियोसाकी अपनी पत्नी के साथ 47 साल की उम्र में रिटायर हो गए|

लेखक Rich Dad Poor Dad का खाना है की सिर्फ अपने पैसे खुश नहीं होना बल्कि स्मार्ट होकर पैसे के साथ रहिए
संपत्ति और लायबिलिटी के बीच कंट्रोल करना चाहिए| होशियार लोग प्रॉब्लम को सॉल्व कर पैसा कमाते हैं लेकिन पैसा बिना आर्थिक बुद्धि के जल्दी ही चली जाएंगी। इसलिए पैसो को कैसे मैनेज करना है यह सिखाना बहुत जरुरी है|

भाग 4

आर्थिक जानकारी आपको एकाउंटिंग से आती है इसलिए आपके दिमाग में बिजनेस होना चाहिए जिसके लिए बहुत जरूरी है

  • स्टॉक
  • बोनस
  • रियल स्टेट
  • बॉन्ड्स,
  • नोट्स,
  • रॉयल्टी प्रॉपर्टी
  • वैल्यू प्रोडक्ट इनकम

भाग 5:- टैक्स का इतिहास और कॉरपोरेशन की पावर

लेखक के अनुसार इनके अमीर पिता बहुत जल्दी रुपए बना पाए जिसको वे कारपोरेशन के द्वारा कर पाए| गरीब लोग कारपोरेशन को अपनी मेहनत समय दोनों बेचकर रुपए पाते हैं बल्कि अमीर लोग गरीब लोगों को कुछ रुपए देकर अपना काम कर बहुत पैसे कमाते हैं कॉर्पोरेशन पैसा कमाता है खर्च करता है और बच्चे पर टैक्स देता है वही व्यक्तिगत व्यक्ति पैसा कमाता है टैक्स देता है फिर बचे हुए पैसों को खर्च करता है
हम सभी के अंदर बहुत सा पोटेंशियल है लेकिन एक बात पीछे खींचती है वह स्वयं पर विश्वास न करना।

भाग 6:- Rich is Invent Money

अमीर व्यक्ति पैसा बनाते हैं रिच इज इन्वेंट मनी
वास्तविक दुनिया में बोल्ड व्यक्ति आगे बढ़ता है ना कि बुद्धिमान व्यक्ति।
टैलेंटेड व्यक्ति यदि डर और अविश्वास के साथ जीता है तो वह कभी आगे नहीं बढ़ पाता है बोल्ड व्यक्ति हमेशा आगे बढ़ता है क्योंकि वह हर मौके को पहचानकर एक्शन लेते हैं जबकि कुछ लोग मौके का इंतजार करते हैं ।
अमीर लोग इंटेलीजेंट लोगों से काम करा खुद का नालेज बढ़ाते हैं और काम कराकर पैसा कमाते हैं|

भाग 7 :- Work for learning

सिखने के लिए काम करो न की पैसो के लिए |
मेरे शिक्षक पिता के लिए जॉब सुरक्षा ही सब कुछ था और मेरे अमीर पिता के लिए सीखना ही सब कुछ था; वह प्रत्येक व्यक्ति को आर्थिक कुशलता उत्पन्न करने की बात करते हैं | लेखक सफलता के लिए प्रबंधन कुशलता की बात करते है, वह है

  • मैनेजमेंट ऑफ कैश फ्लो
  • मैनेजमेंट ऑफ़ सिस्टम
  • मनेजमेंट ऑफ़ मार्केटिंग
  • कम्युनिकेशन स्किल

भाग 8 :-

आने वाली रुकावटें अर्थात अमीर बनने में रुकावट
कैसे अमीर और गरीब दोनों डरते हैं
आर्थिक शिक्षित लोग भी सफलता नहीं पाते है , कारण है डर , सायनिज्म आलस, बुरी आदतें, एरोगेंस।
डर लगना नॉर्मल है लेकिन उसे कैसे हैंडल करना है यह मुख्य है
लोगों का पैसा खोने का डर अमीर बनने से ज्यादा है इसलिए वह गरीब ही रहते हैं
अमीर लोग जब जीते हैं तो बड़ी जीत पाते हैं और हारते हैं तो बड़ी शान से हारते हैं

भाग 9 :- Making Indivisual Wealth

व्यक्तिगत धन को बनाने की टिप्स
लोगों को जीने के लिए एक मजबूत कारण होना चाहिए जिससे कि कि वे अपने जीवन का लक्ष्य की ओर ले जाए हमें उन लोगों के साथ समय बिताना चाहिए जो पैसों की बात करते हैं | हमारी जिंदगी में हीरो होना चाहिए यह हमें एस्पायर करता है और जिंदगी को आसान बनाता है हमें खुद को किसी काम की सफलता के बाद खुद को प्रोत्साहन देना चाहिए तीन चीजें अच्छे से हैंडल करनी चाहिए पहली पुपिल दूसरा कैश फ्लो तीसरा परसनल टाइम

हमें खुद को सिखाना चाहिए
इस दुनिया में खुद से ज्यादा बहुत से अन्य शक्तियां स्मार्ट और कुशल है आप खुद के दम पर भी लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं लेकिन दूसरों की मदद और हिलिंग से जल्दी और आसान तरीके से पहुंच सकते हैं

भाग 10:-

और अधिक सीखना और पाना

यदि आप जो कर रहे हैं उसे बंद कर दें यदि वह कार्य नहीं कर रहा है तो
किसी ऐसे व्यक्ति के आईडिया या दिमाग को उपयोग में ले जो वह कार्य कर चुका है
नए आईडिया को चुनो जो सीखने की ताकत को बनाए रखें
कुछ कोर्स टिप्स और सेमिनार करो| इंसान को अमीर बनने के लिए दूसरों के लिए कार्य करने की बजाय खुद का काम करना चाहिए
इंसान को अमीर बनने के लिए दूसरों के लिए कार्य करने की बजाय खुद का काम करना चाहिए
आर्थिक बुद्धिमता एक बहुत पावरफुल संपत्ति है|

Rich Dad Poor Dad को खरीदने हेतु यहा क्लिक करे

सारांश:-

आपका और आपके बच्चों का भविष्य आपकी आज की चॉइस पर निर्भर करता है कि कल कैसा होगा यह सब कुछ हम सीखने की आदत डाल कर हम सब बहुत अमीर बन सकते हैं|

1 thought on “रिच डैड पुअर डैड | Rich Dad Poor Dad in Hindi Summary”

Leave a Comment