मैं अगर कहूं की आप भी त्राटक क्रिया से बंद आंखों से वो सभी काम कर सकते हैं जो कि खुली आंखों से कर सकते हैं। इसके अलावा बहुत से ऐसे कारनामे है जो कि आम इंसानों के बस की बात नहीं है। आपको यह किसी जादू की तरह लगता होगा लेकिन ऐसा नहीं है ।
यह सब कुछ आप भी कर सकते हो यह आप अपने दिमाग की शक्ति के द्वारा कर सकते हैं।
इसके लिए मैं आपको मेडिटेशन तकनीक त्राटक क्रिया के बारे में बताने वाला हूं जिससे कि आप बंद आंखों के द्वारा भी सब कुछ देख सकते हो।
त्राटक क्रिया क्या है | Tratak Kriya
दोस्तों हमारी आंखें हमारे मस्तिष्क का द्वार होती है हमारा मन और हमारे विचार हमारे आंखों के मूवमेंट के अनुसार ही गति करते हैं। जब हम हमारी आंखों की गति को स्थिर कर लेते हैं तब हम हमारे विचारों और मन की गति को भी स्थिर शुन्य करते हैं। यदि आप आंखें बंद करके मेडिटेशन करते हैं तभी आपकी आंखों के सामने कुछ न कुछ दृश्य चलते रहते हैं जब तक कि आप अपनी आंखों के मूवमेंट गति को स्थिर कर शुन्य विचार अवस्था में नहीं जाएंगे तब तक आपका मन भी विचलित होते रहेगा और आप ध्यान नहीं लगा पाओगे।
इसलिए आपकी आंखों की गति को रोकने के लिए एक पावरफुल मेडिटेशन तकनीक है जिसे की त्राटक क्रिया कहते हैं। त्राटक सदियों से की जाने वाली क्रियाओं में से एक है त्राटक योग का एक प्रमुख तकनीक है।
त्राटक का मतलब है किसी एक वस्तु पर अपनी नजरों से लगातार देखना। ट्राटक हठयोग का एक प्रकार है यह हठयोग के 7 अंगों में से एक अंग सठकर्म की एक क्रिया है।
हठयोग में त्राटक क्रिया का उपयोग अपनी दृष्टि की शक्ति को जागृत करने के उपयोग के लिए किया गया है।
हमारी आंखों को आत्मा का प्रवेश द्वार माना जाता है। त्राटक क्रिया के द्वारा आंखों को आत्मा और मन के बीच संपर्क स्थापित करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। त्राटक क्रिया के द्वारा शरीर को शक्ति और शुद्धि दी जाती है।
योग शास्त्र में माना जाता है कि त्राटक क्रिया तीसरी आंख को खोलने में उपयोग किया जाता है।
त्राटक क्रिया का लाभ केवल एकाग्रता बढ़ाने में ही उपयोग नहीं किया जाता बल्कि इसके द्वारा आंखों में सम्मोहन शक्ति भी बढ़ती है। वह जिसे चाहे उसे अपने आकर्षण प्रभाव में ले सकता है। उसकी आंखों में एक अलग ही चमक देखने को मिलती है। उसका कंसंट्रेशन लेवल इतना बढ़ जाता है कि वह सिर्फ एक बार में ही किताब को पढ़कर याद कर लेता है।
यही सिद्धि स्वामी विवेकानंद जी के पास में थी। उनकी आंखों और चेहरे की चमक इस प्रकार थी कोई भी व्यक्ति उनकी तरफ आकर्षित हो जाता था। वह एक बार में पूरी किताब को याद कर लेते थे इसके अलावा भी उनके पास में बहुत सी ऐसी सिद्धियां थी जो कि उन्हें एक आम इंसान से अलग कर महान इंसान बनाती थी।
यदि आप एक स्टूडेंट है तो आपके लिए यह तकनीक बहुत ही फायदेमंद है।
त्राटक क्रिया कैसे करते हैं
इसे करने का सबसे सही समय सुबह जल्दी 5:00 से 6:00 के बीच या रात को सोने से 1 घंटे पहले करने के लिए सबसे पहले अकेले और अंधेरे वाला कमरा होना चाहिए । इसके लिए सबसे पहले एक मोमबत्ती को जला कर अपने सामने तीन से चार फीट की दूरी पर अपनी अपनी आंखों के बिल्कुल सामने एक टेबल पर रख कर सुखासन की अवस्था में बैठ जाइए ।
और आंखें बंद करके पांच से छह बार गहरी सांसे लीजिए और खुद को स्थिर कर लीजिए और अब अपनी आंखें खोलिए और स्थिर मन से दीपक की लौ को देखते रहिए बिना किसी पलक झपके हुए।
अभ्यास के दौरान शरीर की हलचल को एकदम न्यूनतम कर दीजिए। और याद रखिए कि मोमबत्ती की लौ को आपको जब तक देखना है कि तब तक आप आसानी पूर्वक लव को देख सकें।
आपको मोमबत्ती के आसपास देखने की बजाय मोमबत्ती की लौ को ही देखना है।
यदि मन में विचार आने लगे तो एक पल उस पर ध्यान देकर वापस इग्नोर कर दीजिए। आपका ध्यान सिर्फ और सिर्फ लव पर ही रहना चाहिए। जब आंखों में पानी भरने लगे तो तब आंखों को बंद कर लीजिए। और जब आप आंखें बंद करते हो तब आपको बंद आंखों से भी मोमबत्ती की लव दिखाई देंगी। इस वक्त आप इस मोमबत्ती की लव को दोनों आंखों की भ्रकुटी के मध्य लाने का प्रयास करें।
बंद आंखों से आपको इसी ज्योति की लव को दोनों आंखों के मध्य देखने की कोशिश करना है।
त्राटक क्रिया की सफलता आपकी दोनों बंद आंखों से ज्योति की लव को देखने की क्षमता पर निर्भर करती है। जितना ज्यादा साफ और देर तक लव बंद आंखों से दिखाई देती है आपकी एकाग्रता इतनी गहरी होती जाती है।
अगर ऐसा आपके साथ नहीं होता है तो हताश और निराश मत होइए और दोबारा अभ्यास करिए।
जब आपकी आंखों की स्मृति से लौकी ज्योति धुंधली पढ़ने लगेंगे तब दोबारा से अपनी आंखें खोलिए और दोबारा वही अभ्यास दोहराए आप इसे एक ही बार में 5 से 10 बार भी कर सकते हैं धीरे-धीरे करके आपकी एकाग्रता करने लग जाएगा।
how to open third eye
अर्थात जब बंद आंखों से लव की आकृति बनना शुरू हो जाए तो आगे हमें कल्पना को बढ़ाना चाहिए जैसे कि सिर्फ लव ही नहीं बल्कि बंद आंखों से सब कुछ वैसे ही देखने की कोशिश करना चाहिए जैसा की खुली आंखों से हम देखते हैं।
लव मोमबत्ती उसकी चमकती सफेद उस्मा आप उसे लंबे समय तक बनाए रखने मैं अगर कामयाब हो जाते हैं तो हम अपनी एकाग्रता को किसी भी हद तक बढ़ा सकते हैं इस अभ्यास को जब तक जारी रखें जब तक आप सामान्यतः 10 से 15 मिनट तक अपनी आंखों को खुला रख सके हो सकता है शुरुआत में आप ज्यादा देर तक आंखें खुली न रख सके लेकिन धीरे-धीरे प्रयोग की विधि बढ़ाते रहिए।
लव को देखने की क्रिया स्वभाविक रूप से होना चाहिए अर्थात लव या मस्तिष्क पर किसी प्रकार का भी दबाव या बल नहीं पढ़ना चाहिए आपको सिर्फ आंख खोलकर सहज भाव से लक्ष्य की ओर देखना है यह क्रिया आपको निश्चल और निर्विकार भाव से करनी है जब आप किसी विचार में डूब जाते हैं या किसी दिशा में तल्लीन हो जाते हैं अथवा किसी बात को रूचि या एकाग्रता से सुनने लग जाते हैं तब आपकी आंखें अपने आप स्थिर हो जाती हैं यह स्वाभाविक त्राटक स्थिति है।
त्राटक के फायदे और नुकसान
त्राटक क्रिया में यह स्थिति अभ्यास के द्वारा प्राप्त की जाती है पलके झुकाना हमारी आंखों की स्वाभाविक क्रिया है बिना पलक झपकाए या बिना आंख बंद करें देखना और अप्राकृतिक है।
अतः त्राटक क्रिया की शुरुआत में कथाएं कठिनाई का होना स्वाभाविक है आंखें दुखने लगती है पानी आने लगता है ऐसी स्थिति में थोड़ी देर आंखें बंद कर फिर साधना शुरू शुरू करनी चाहिए जोर जबरदस्ती से हानि होने की आशंका रहती है अपनी इंद्रियों को धीरे धीरे प्यार से वश में करना चाहिए।
हम आपको यह बताते हैं कि यदि आपको आंखों को लेकर कोई बीमारी है तो आप इसे ना करें और इसे करने से पहले किसी डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
यदि आपको चश्मा है तो आप इसे अपने चश्मे को उतारकर कर सकते हैं जब आप इसका लगातार अभ्यास करते हो तो आपको कुछ ही हफ्तों या महीनों में इसका असर देखने को मिलेगा आपको आपके शरीर में एक अलग ही शक्ति एनर्जी का फ्लोर बहाव महसूस होने लगता है आपकी आंखों में एक अलग ही चमक देखने को मिलती है इसके अलावा आपकी समझने की क्षमता बढ़ जाती है आप की स्मरण शक्ति भी बढ़ जाती है।
त्राटक क्रिया के सतत अभ्यास से कई सिद्धियां प्राप्त होती है इससे हमें दिव्य दृष्टि की शक्ति प्राप्त होती है जो कि एक महान उपलब्धि है जो कि हर किसी के बस की बात नहीं है इसके द्वारा इंसान दूर की चीजों को देखना भूत भविष्य की बातें बताना आंखों से अलग देखकर किसी भी रोगी को ठीक करना तथा किसी का चेहरा देखकर उसके मन की बात जान लेना ऐसी बहुत सारी शक्तियां उसके अंदर आ जाती है।
लेकिन इसके लिए सतत अभ्यास और समय लगता है।
त्राटक क्रिया और अवचेतन मन
त्राटक क्रिया का उद्देश्य कॉन्शियस माइंड को विचार शून्य करके सबकॉन्शियस माइंड को एक्टिव करना है।
मित्रों हमारा सबकॉन्शियस माइंड बहुत पावरफुल होता है यह हमारी सभी मनोकामनाएं और इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए महान शक्ति रखता है।
शंकर शंकर लेकिन क्या होता है कि जब हम कोई काम नहीं है इच्छा करते हैं तब हमारा कौन सी स्माइल उन इच्छाओं के लिए तर्क और वितर्क करने लग जाता है और इस अवस्था के कारण हमारा अवचेतन सबकॉन्शियस माइंड हमारी इच्छाएं पूरी नहीं करता है।
आपका अचेतन मन आपके सारे काम सिद्ध करके दूंगा लेकिन उसकी दो शर्ते हैं
पहली आपके अवचेतन मन में आपको 1% भी शक नहीं होना चाहिए और
दूसरा आपको आपके अवचेतन मन को एक समय पर एक ही काम देना है और प्रक्रिया के प्रयोग से हमारा अवचेतन मन विचार शून्य हो जाता है।
अवचेतन मन आपकी हर इच्छाएं पूरी कर लेगा लेकिन यह संभव है कि जब आप अपने अवचेतन मन को विचार सुनने कर दें।
और विचारों पर पूरा कंट्रोल हम त्राटक क्रिया की मदद से ही पा सकते हैं इसके लिए आपको इसका सतत अभ्यास करते रहना पड़ेगा हार नहीं माननी है।
त्राटक क्रिया कैसे करें?
सुबह जल्दी 5:00 से 6:00 के बीच या रात को सोने से 1 घंटे पहले करने के लिए सबसे पहले अकेले और अंधेरे वाला कमरा होना चाहिए । इसके लिए सबसे पहले एक मोमबत्ती को जला कर अपने सामने तीन से चार फीट की दूरी पर अपनी अपनी आंखों के बिल्कुल सामने एक टेबल पर रख कर सुखासन की अवस्था में बैठ जाइए ।
और आंखें बंद करके पांच से छह बार गहरी सांसे लीजिए और खुद को स्थिर कर लीजिए और अब अपनी आंखें खोलिए और स्थिर मन से दीपक की लौ को देखते रहिए बिना किसी पलक झपके हुए
त्राटक करने से क्या फायदा होता है?
त्राटक करने से लगातार अभ्यास करते हो तो आपको कुछ ही हफ्तों या महीनों में इसका असर देखने को मिलेगा आपको आपके शरीर में एक अलग ही शक्ति एनर्जी का फ्लोर बहाव महसूस होने लगता है आपकी आंखों में एक अलग ही चमक देखने को मिलती है इसके अलावा आपकी समझने की क्षमता बढ़ जाती है आप की स्मरण शक्ति भी बढ़ जाती है।
What is tratak kriya for?
If you practice Tratak continuously, you will see its effect within a few weeks or months. You will start feeling a different flow of energy in your body. You will see a different glow in your eyes. Apart from this, your Your ability to understand increases and your memory power also increases.
और भी पढ़े :-
4 thoughts on “त्राटक क्रिया से बंद आँखों से कैसे देख सकते है ? How to see with Closed Eyes”