उत्तरप्रदेश के कानपूर जिले के संतोष भदौरिया जो की आज करौली सरकार का हवन के लिए ख्याति प्राप्त कर चुके है और इसके दरबार में रोज हजारो भक्तो का ताता लगा रहता है | लगभग ५ वर्षो पहले संतोष सिंह भादौरिया एक सामान्य से आयुर्वेदिक चिकत्सक थे , जो की घर घर जाकर आयुर्वेदिक दवाये बेचा करते थे |
Karoli Sarkar Kanpur
बहुचर्चित करौली सरकार नोयडा के डाक्टरों को अपने बौंसरो से पिटवाने के बाद और भी अधिक सुर्खियों में आ चुके है | करौली बाबा बड़ी से बड़ी समस्यायों जैसे बीमारियों को ठीक करना , धन की बरसात के लिए पितृ दोष की पूजा करना जैसे समस्यायों से निपटने के लिए झाड़ फूंक और हवन का उपयोग करते है |

करौली सरकार का हवन
समस्यायों के लिए करौली सरकार का हवन और झाड फूंक करना तो ठीक है लेकिन हवन की शुल्क राशी जो की फले 1.51 लाख थी जो की अब बढाकर 2.51 कर दी गयी है | जिसकी पुष्टि खुद करौली सरकार ने की है | इस बढ़ी हुए शुल्क पर बाबा का कहना है की जब आप बीमारियों को ठीक करने के लिए डाक्टरों को महँगी महंगी फ़ीस देते है तो फिर मुझे यह फ़ीस देने में क्या दिक्कत है |
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक बाबा के द्वारा पिछले तिन सालो में अकूत धन सम्पदा जमा कर ली है और अपना दरबार को 14 एकड़ में फिला लिया है | और बाबा एक लक्जरी जिंदगी जी रहे है | लेकिन बाबा के ही भक्तो ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है |
बाबा करौली सरकार का हवन एवं उनके दरबार में बेचे जाने वाले सामान की कीमत एक सामान्य व्यक्ति के बजट के बहार के है | जैसे की उनके दरबार में पूजा और सौन्दर्य के सामान भी मिलते है| देशी गे का घी १८०० रूपये किलो , ५ किलो आता ४०० रूपये में , और आलो का उपटन १५० से लेकर २५० रूपये तक में मिलता है |

वाही इन सब तमाम आरोपों को ख़ारिज कर बाबा का कहना है की सब लोग मिलकर मेरे दरबार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है |
FAQ:-
बाबा करौली सरकार कौन है?
बाबा करौली सरकार असल में उत्तरप्रदेश के कानपूर जिले के संतोष भदौरिया है |
करौली सरकार क्यों प्रसिद्ध है?
करौली सरकार अपने तंत्र मन्त्र और हवं के द्वारा बड़ी बड़ी असाध्य बीमारियों को ठीक करने का दावा करते है | और उनके आश्रम में हजारो भक्तो की भीड़ रहती है |
क्या करौली सरकार असली है?
करौली साकार की असलियत पर बहुत बढे सवाल उन्ही के अनुयायी उठा रहे है और मनमानी फ़ीस वसूलने के बाद भी बीमारी में आराम नहीं मिलने का दावा कर रहे है |
करौली सरकार की फीस कितनी है?
करौली सरकार हवन के लिए अच्छी मोटी फीस वसूलते है | वर्तमान में हवन यज्ञ की फ़ीस 1.51 लाख से बढाकर 2.51 लाख कर दी गयी है
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